Saturday, August 28, 2010

Sunday, August 1, 2010

मेरे दोस्त !!!

पहले तुम अनजाने थे, फिर गुदगुदाहट का एहसास
फिर थे मेरा सपना सुन्दर, फिर सबसे कोमल एहसास
मेरी कहानी भी तुम, प्यास भी
जीवन मैं तुम ही हो, भाटा भी और ज्वार भी
मेरा सहारा भी और गर्व भी
तुम्ही तो हो मेरे अपने जिस से बनते
आंसू भी मुस्कान भी
मेरे अपने, दोस्ती का नाम तुम्हारे लिए मेरा यह पैगाम
याद आया मुझे एक हिच्चकी में तेरा नाम
**Happy Friendship Day Love**