You find it, define it
Build it, create it
Cherish it, Polish it
and then it fades ...
... just like the Phoenix then, from the ashes of its own its reborn,
someday again, you find it, define it ...
Who says love is just once ?
I have fallen in love with ya... all over again.
I Chingu* you, sonu.
जब भी याद् तुम्हारी आई, आँखों में शबनम थी
और जब पास तुम्हारे पंहुचा, यह फिर भी बंद थी
डरता हूँ मैं शायद आँखें खुलने से
बिखरा कर फिर चुने हुए लम्हे गिनने से
मुझको यह तो पता नहीं, मेरी कीमत क्या है
पर तेरे साथ का साथ मांगने को ही यह सर झुकता है
तुम मेरे संग अगर नहीं हो तो फिर क्या शब्
बिन तेरे चंदा तपता सूरज लगता है
तुम मेरी हो यह कहता हूँ खुद ही खुद से
एक हाथ पकड़ कर तेरा खुद ही रब से लड़ सकता हूँ
तुम्हारा मैं ...
urs.shekhar
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